उत्तराखंड सरकार ने Kedarnath temple के 50 मीटर के दायरे में मोबाइल फोन के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध चार धाम यात्रा के सभी तीर्थ स्थलों (यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ) पर लागू होता है। इस कदम का उद्देश्य भक्तों के लिए एक सम्मानजनक और शांतिपूर्ण वातावरण सुनिश्चित करना और भीड़ प्रबंधन के मुद्दों को हल करना है।
Table of Contents
प्रतिबंध के कारण
इस प्रतिबंध के पीछे प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
पवित्रता बनाए रखना: तस्वीरें लेने, वीडियो बनाने और रील्स शूट करने के लिए मोबाइल फोन का उपयोग मंदिर के पवित्र माहौल को बाधित करता है। भक्त अक्सर निरंतर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी को अनादरजनक और हस्तक्षेपकारी मानते हैं।

भीड़ प्रबंधन: मंदिर अधिकारियों और स्थानीय पुलिस को बड़ी भीड़ का प्रबंधन करने में कठिनाई होती है, खासकर जब आगंतुक अक्सर तस्वीरें लेने और वीडियो बनाने के लिए रुकते हैं। इससे भीड़भाड़ और तीर्थयात्रियों की सुगम प्रवाह में बाधा आती है।
कार्यान्वयन और प्रवर्तन
इस प्रतिबंध को सख्ती से लागू किया जाएगा, और उल्लंघनकर्ताओं कार्रवाई की जाएगी। प्रमुख बिंदु निम्नलिखित हैं:
प्रतिबंध का दायरा: मंदिर परिसर के 50 मीटर के दायरे में मोबाइल फोन का उपयोग प्रतिबंधित है। हालांकि, मोबाइल फोन ले जाना अभी भी अनुमति है; प्रतिबंध विशेष रूप से फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी के उपयोग पर है।
कानूनी कार्रवाई: Kedarnath temple इस प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 296 सभा को बाधित करने का आरोप लगाया जाएगा। इसके अतिरिक्त, अपराधियों पर IPC 295A और IPC 153 A(2) के तहत धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया जा सकता है।
Janta Jaag Gayi Hai: BJP Innovative and Anjana Ji
जागरूकता और अनुपालन: राज्य सरकार ने अन्य राज्यों के मुख्य सचिवों से भी संवाद किया है ताकि तीर्थयात्रियों को उनकी यात्रा शुरू करने से पहले इस प्रतिबंध के बारे में पता चल सके। इस सक्रिय दृष्टिकोण का उद्देश्य उल्लंघनों को कम करना और सख्त प्रवर्तन सुनिश्चित करना है।

प्रतिक्रिया और भविष्य की योजनाएँ
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस निर्णय के दिया है ताकि पवित्र स्थलों की गरिमा और पवित्रता को बनाए रखा जा सके। उन्होंने जिला मजिस्ट्रेटों और पुलिस अधिकारियों को इस निर्देश का सख्ती से पालन करने के लिए निर्देशित किया है। सरकार का दृष्टिकोण तकनीकी सुविधाओं और इन पवित्र स्थलों के आध्यात्मिक माहौल को बनाए रखने के बीच संतुलन दर्शाता है।
Conclusion on Kedarnath temple
Kedarnath temple के 50 मीटर के दायरे में मोबाइल फोन के उपयोग पर प्रतिबंध भक्तों की धार्मिक भावना और तीर्थया वाह को बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सोशल मीडिया गतिविधियों में वृद्धि के कारण उत्पन्न व्यवधानों को संबोधित करके, उत्तराखंड सरकार का उद्देश्य चार धाम मंदिरों का दौरा करने वाले सभी भक्तों के लिए एक अधिक शांतिपूर्ण और सम्मानजनक वातावरण प्रदान करना है।

विस्तृत जानकारी के लिए, इंडिया टुडे और ETV भारत के स्रोतों को देखें